तनाव व चिंता से जुड़े चौकाने वाले लक्षण जो आप तुरंत पहचान सकते है
तनाव, कितना छोटा नाम है और उच्चारण करने में भी कितना आसान है पर जितना छोटा और साधारण लग रहा है अगर कोई इसके चपेट मे आ जाये और वक़्त पे इलाज न हो सके तो जिंदगी का सुख चैन सब खत्म हो जाती है।
बहुत से लोगों का मानना है कि तनाव से दिमाग की विकास होती है इसीलिए तनाव जरूरी होता है। अगर आपको यही लगता है तो आपको थोड़ी अध्यन की जरूरत है क्योंकि तनाव दिमाग की कलात्मक शक्ति को खत्म करता है और दिमाग के रचनाओं में भी नकारात्मक बदलाव करता है।
-यह कितना खतरनाक है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ अमेरिका में हर साल करीब 300 बिलियन डॉलर यानी करीब 24 हजार करोड़ की व्यापार तनाव या मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े उत्पाद की होती है। करीब 45% अमेरिकन को लगता है कि वो हर साल तनाव का शिकार होते है वही हर 5 में से 1 अमेरिकन गंभीर तनाव का शिकार होता है।
-तो सवाल यह है कि आखिर तनाव आता कहा से है और इसके कारण क्या है?
Statistic Brain Research Institute के रिसर्च के अनुसार तनाव आने के मुख्य स्रोत है:
रिसर्च से यह भी पता चला कि पिछले 10 सालों में काम का बोझ करीब 50% बढ़ा है लेकिन वेतन उतना ही जितना पहले था।
अगर आसान भाषा मे कहे तो आज के दौर में मरते वक्त काम करना पड़ता है और यह समस्या दिनप्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
Statistic Brain Research Institute, न्यूयॉर्क के आंकड़े अनुसार देखे गए
शारीरिक लक्षण में:-
● 51% ने थकान की सूचना दी● 44% ने सिरदर्द की सूचना दी
● 34% ने पेट खराब होने की सूचना दी
● 30% मांसपेशियों में तनाव की सूचना दी
● 23% भूख में परिवर्तन की सूचना दी
● 17% ने दाँतो में परेशानी की सूचना दी
● 15% संभोग संबंधित बदलाव की सूचना है
● 13% ने चक्कर आने की सूचना दी
मनोवैज्ञानिक लक्षणों में:-
● 50% ने चिड़चिड़ापन या क्रोध की सूचना दी● 45% घबराहट की सूचना दी
● 45% ऊर्जा की कमी की सूचना दी
● 35% ने महसूस किया वो रो भी सकते है
अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रेस के अनुसार निम्नलिखित सामान्य संकेत तनाव के लक्षण हो सकते है:
● बार-बार सिरदर्द होना● जबड़े या जबड़े में दर्द होना
● हकलाकर बोलना या हकलाना
● हाथ या होंठ बिना बात हिलना
● मांसपेशियों की ऐंठन
● शरीर में सामान्य दर्द
● पीठ दर्द
● गर्दन दर्द
● कंधे में तनाव और दर्द
● चक्कर आना और / या हल्की-सी उदासी
● पसीना आना
● पसीने और(या) ठंडे पैर और (या) हाथ
● लगातार बीमारी, जैसे फ्लू, सर्दी, या संक्रमण होना
● त्वचा पर चकत्ते, खुजली
● कब्ज़ की शिकायत
● पेट में जलन
● पेट दर्द
● जी मिचलाना
● दस्त
● कब्ज़
● सांस लेने में कठिनाई
● सीने में दर्द, तेज दिल की धड़कन, तेज नाड़ी
● बार-बार पेशाब आना
● थकावट, थकान और ऊर्जा की कमी
● विना वजह वजन बढ़ना या घटना इत्यादि
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